सृजन के पल
Tuesday, April 1, 2014
मेरे अजीज दोस्त के नाम ………………
कौन कम्बख़त नहीं चाहता तुम्हारे साथ मरना ,
वो तो उम्र ने थोड़ा फासला बना दिया ।
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)